खान पान का जो न दिया ध्यान तो माइग्रेन जैसी महामारी तुम पर करेगी अपना प्रहार
क्यों लोग माइग्रेन जैसी बीमारी का हो रहे हैं शिकार ?
डॉ. अमित मित्तल M.S, M.CH (NEUROSURGERY): बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना से जानिए क्यों बढ़ते काम की फ़िर्क़ में लोग माइग्रेन के हो रहे शिकार, बता दे कि माइग्रेन के सटीक कारणों का ज्ञात नहीं किया जा सकता है, क्युकी ये किसी भी चीज़ से जुडी हुई हो सकती हैं, जैसे –
- माना यह जाता है कि यह मस्तिष्क में रसायन, नाड़ियों और रक्त कोशिकाओं में अल्पकालिक परिवर्तनों के कारण हो सकती है
- माइग्रेन जो लगभग पाँच महिलाओं में से एक और लगभग 15 पुरुषों में से एक को प्रभावित जरूर करता हैं, और सामान्यतः यह प्रारंभिक वयस्कता में आरम्भ होता है।
- बता दे कि चमकीली रोशनी, मौसम में बदलाव, रुटीन में बदलाव, भोजन के समय में बदलाव, डिहाइड्रेशन, तीव्र गंध और हॉर्मोनल बदलाव से भी माइग्रेन होता है।
- किस कमी की वजह से लोग माइग्रेन से हो रहे है प्रभावित :
बहुत सी कमियों की वजह से माइग्रेन आने की संभावना होती है,जैसे –
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- अगर आपके शरीर में मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व के मात्रा की कमी है, तो आपको माइग्रेन के दर्द का सामना करना पड़ सकता है
- दरअसल जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती है तो व्यक्ति को तनाव और सिर दर्द जैसी परेशानी को झेलना पड़ सकता हैं
- माइग्रेन के लक्षण :
- आम तौर पर माइग्रेन के बहुत से लक्षण हैं जिनमे से मुख्यत इस प्रकार हैं, जैसे –
- आम तौर पर माइग्रेन के मुख्य लक्षण में सिर की एक ओर तीव्र सिरदर्द का होना।
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- दूसरा लक्षण ये है कि दर्द अक्सर एक नियंत्रित अथवा कष्टदायक झनझनाहट वाला होता है जो आपकी हलचल से बढ़ जाता है और आपकी आम गतिविधियां पर रोक लगा देता हैं
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- कुछ मामलों में, दर्द सिर की दोनों ओर हो सकता है और आपके चेहरे अथवा गर्दन को पीड़ित भी कर सकता है।
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याद रखें: यदि आपका दर्द असीमित हो जाए तो अपने नजदीकी न्यूरोलॉजिस्ट या माइग्रेन के डॉक्टर के पास जरूर जाए या फिर लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट के पास जरूर आए
- माइग्रेन के रोकथाम :
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- यदि आप मानसिक तनाव का कारण किसी विशिष्ट आहार को मानते हो , तो इस आहार के प्रेरक को कम करके आप इस जोखिम से खुद को बहार निकाल पाओगे|
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- नियमित व्यायाम, अच्छी नींद व आहार के साथ-साथ स्वयं को हाइड्रेट रखना (पानी पीना) और कैफेटिन और मदिरापान जैसे पेय को सीमित करना आपके सामान्य स्वस्थ जीवनशैली को सहायक बना सकता है।
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- माइग्रेन के रोकथाम में प्रयोग आने वाली औषधियों में एंटी-सीज़र औषधि टोपिरामेट और सामान्यत: उच्च रक्तचाप का उपचार करने वाली प्रोप्रानोलोल नामक औषधियां होती हैं और बता दे कि इसके लक्षणों में सुधार आने में कई सप्ताह भी लग सकते है।
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याद रखे :
अगर आप लुधियाना में निवास करते हो तो आप एक बार न्यूरो लाइफ ब्रेन एंड स्पाइन सेंटर जरूर आए और यहाँ के होनहार डॉक्टरर्स खासकर डॉ. अमित मित्तल M.S, M.CH (NEUROSURGERY) से जरूर मिले और अपनी परेशानी का हल कुछ ही दिनों में पाए
माइग्रेन का प्रमुख उपचार :
माइग्रेन का कोई एक सटीक उपचार तो नहीं है, परन्तु हां लक्षणों को कम करने में सहायक कुछ उपचार उपलब्ध हैं, जैसे-
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- दर्द-निवारक औषधियाँ
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- ट्रिपटाँस, औषधियाँ जो मस्तिष्क में माइग्रेन उत्पन्न करने वाले परिवर्तनों को उलट सकें
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- माइग्रेन आने के दौरान, कई व्यक्तियों के लिये अंधकारमाय कमरे में सोना अथवा लेटना भी सहायक हो सकता हैं
- निष्कर्ष :
खुद को जितना हो सके माइग्रेन के दौरे से बचा कर रखें,और इसके लिए बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट (मनोचिकित्सक) से जरूर सलाह लें