तनाव के साथ सिर दर्द का होना काफी गंभीर समस्या है और इस समस्या को झुठलाया नहीं जा सकता है। वहीं जब हमारा द्वारा बहुत ज्यादा तनाव लिया जाता है या किसी एक बात पर बहुत ज्यादा विचार विमर्श लोगों के द्वारा किया जाता है तो ऐसे में सिर दर्द की समस्या का व्यक्ति को सामना करना पड़ता है, तो चलिए जानते है की क्या है तनाव के दौरान होने वालें सिर दर्द की समस्या और साथ ही इस तरह के तनाव सिर दर्द की समस्या का पता हमारे द्वारा कैसे लगाया जाता है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;
तनाव सिर दर्द की समस्या क्या है ?
- तनाव सिरदर्द सबसे आम प्रकार के सिरदर्दों में से एक है जिससे बहुत से लोग पीड़ित हैं।
- सिर के चारों ओर कसने वाला बैंड, सुस्त दर्द के साथ जो आमतौर पर हल्के से मध्यम तीव्रता का होता है।
- आमतौर पर तनाव सिरदर्द से जुड़े अन्य लक्षणों में गर्दन और पीठ की मांसपेशियों का कसना, थकान, चिड़चिड़ापन और रोजमर्रा के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई शामिल है।
- इसे तनाव सिरदर्द भी कहा जाता है और यह बार-बार होता है। इन सिरदर्दों की घटना की आवृत्ति के आधार पर, उन्हें एपिसोडिक या क्रोनिक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
तनाव संबंधी सिरदर्द के प्रकार क्या है ?
- तनाव दो प्रकार के सिरदर्द का कारण बन सकते है, जैसे पहला है एपिसोडिक और दूसरा क्रोनिक है।
- एपिसोडिक तनाव सिरदर्द 30 मिनट से लेकर एक सप्ताह तक रहता है और धीरे-धीरे शुरू होता है। इस प्रकार का सिरदर्द दोपहर के समय ज्यादा होता है।
- जबकि क्रोनिक टेंशन सिरदर्द कुछ घंटों या उससे अधिक समय तक रह सकता है। इस तरह के सिर दर्द के प्रकार में आपको दिन भर तेज सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
तनाव संबंधी सिरदर्द के क्या कारण है ?
- तनाव सिरदर्द का कोई एक सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं किया गया है, इसके अलावा इस तरह के सिर दर्द के कारण को अनुवांशिक भी नहीं कहा जा सकता है।
- वहीं पर्याप्त आराम न करने के कारण आप इस तरह की समस्या का सामना कर सकते है।
- गलत स्थिति में बैठने के कारण।
- मानसिक विकार।
- थकान के कारण भी आपको तनाव वाले सिर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- शरीर में आयरन की कमी के कारण।
- भूख का न लगना।
- शराब या कैफीन का सेवन अधिक मात्रा में करना।
- जबड़े या दांतों की समस्या के कारण सिरदर्द का होना।
तनाव संबंधी सिर दर्द के कारण आपको किस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है ?
- सिरदर्द एक आम समस्या है लेकिन यह जीवन की गुणवत्ता और काम के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।
- बार-बार होने वाला सिरदर्द गंभीर हो सकता है और भविष्य में ब्रेन ट्यूमर या मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही शरीर के अन्य अंग जैसे आंखें और मांसपेशियां भी तेज सिरदर्द से प्रभावित हो सकती है।
- मस्तिष्क संबंधी समस्या का अगर आप सामना कर रहें है, तो इससे बचाव के लिए आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट से सम्पर्क करना चाहिए।
तनाव संबंधी सिरदर्द के दौरान किस तरह के लक्षण नज़र आते है ?
- माथे के आसपास दबाव का पड़ना।
- भयानक सिर दर्द की समस्या का सामना करना।
- माथे या सिर के पिछले हिस्से पर सनसनी या जकड़न की समस्या।
- कंधे और गर्दन की मांसपेशियों का ढीला पड़ना।
- सोने में परेशानी का सामना करना।
- मांसपेशियों में दर्द का होना।
- इसके अलावा सिर दर्द या तनाव से पीड़ित कुछ व्यक्ति में इस तरह के लक्षण नज़र नहीं आते, वहीं इस तरह से पीड़ित व्यक्ति को मानसिक विकार भी हो सकते है, जैसे
- थकान की समस्या का सामना करना।
- अचानक कमजोरी महसूस करना।
- स्वभाव में चिड़चिड़ेपन का आना।
- काम में मन ना लगना।
- आँखों में भारीपन की समस्या का सामना करना।
- चिंता और बेचैनी की समस्या का सामना करना।
- पसीना आना आदि।
गंभीर तनाव सिर दर्द होने पर आपको लुधियाना में बेस्ट न्यूरोसर्जन का चयन करना चाहिए।
तनाव वाले सिर दर्द की पहचान हम कैसे कर सकते है ?
- सीटी स्कैन, एक्स-रे का उपयोग करके मस्तिष्क के अंदर असामान्यता का पता लगाना आसान हो जाता है।
- एमआरआई मस्तिष्क के कोमल ऊतकों की जांच करते है, जिससे आपको पता लग जाता है की आपको किस तरह की समस्या है।
- कुछ रोगियों में, रक्त परीक्षण द्वारा सिरदर्द का पता लगाया जाता है। इसके अलावा, रोगी से कुछ व्यक्तिगत प्रश्न पूछकर कारण के आधार पर सिरदर्द का निदान किया जाता है।
जीवनशैली में बदलाव लाकर आप कैसे तनाव वाले सिर दर्द की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है ?
- यदि आपको तनाव के कारण सिरदर्द होता है, तो आपके डॉक्टर आपको जीवनशैली और आदतों में बदलाव करने के लिए कह सकते है, जिसको आपके द्वारा अच्छे से पालन भी करना चाहिए। इसके साथ ही आपको पर्याप्त पानी पीने और शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए भी कहा जाएगा। तनाव को कम करने के लिए तनाव प्रबंधन कक्षाओं में आपको शामिल किया जा सकता है।
- इसके अलावा कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी और रिलैक्सेशन तकनीक सीखकर सिरदर्द से भी काफी हद तक निपटा जा सकता है। इसके अलावा सिरदर्द से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेना चाहिए। वहीं सिरदर्द के रोगियों को निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ;
- ताजे फलों का सेवन करें।
- हरे पत्ते वाली सब्जियां खाए।
- शोरबा (तरकारी, दाल आदि का जूस) पिए।
- दूध का सेवन करें।
- अखरोट खाए।
- हरी चाय पिए।
- ओट्स का सेवन करें आदि।
तनाव सिर दर्द का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
- तनाव वाले सिर दर्द की समस्या से बचाव के लिए आपको अपनी जीवन शैली का खास ध्यान रखना चाहिए।
- गंभीर समस्या होने से पहले डॉक्टर का चयन करें।
- इसके अलावा अगर आपके दिमाग में गंभीर चोट लगने जैसा कुछ लगें तो इसके लिए डॉक्टर के सलाह पर आपको अपने दिमाग की सर्जरी या फिर थेरेपी करवा लेनी चाहिए।
अगर आप अपने दिमाग में गंभीर चोट लगने के कारण काफी परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको न्यूरो लाइफ ब्रेन एन्ड स्पाइन सेंटर का चयन करना चाहिए।
ध्यान रखें :
अगर आप अपने दिमाग में गंभीर चोट लगने के कारण कुछ भी याद रख पाने में काफी समस्या का सामना कर रहें है, तो इसे भूल कर भी नज़रअंदाज़ करने की कोशिश न करें। बल्कि यदि आप तनाव के कारण किसी तरह की समस्या का सामना कर रहें है या कोई अन्य कारण आपके दिमागी समस्या की परेशानी है तो इससे बचाव के लिए आपको डॉक्टर के संपर्क में आना चाहिए।
निष्कर्ष :
तनाव संबंधी सिरदर्द की समस्या से बचाव के लिए आपको किन बातो का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में हम आपको उपरोक्त बता चुके है, इसलिए उपरोक्त बातों के साथ आप तनाव पर रोक लगाकर भी इस तरह की समस्या से खुद का बचाव आसानी से कर सकते है।