ब्रेन ट्यूमर या मस्तिष्क का ट्यूमर क्या हैं ?
मस्तिष्क जो हैं वो शरीर का बहुत ही अहम अंग माना जाता है, इसलिए इसका सही रहना बहुत आवश्यक है |
- जब दिमाग में गांठ बन जाती है तो इसको ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन के जिस हिस्से में ट्यूमर होता है तो उस हिस्से को नियंत्रित करने वाला शरीर का भाग प्रभावित होता है।
- ब्रेन ट्यूमर का मतलब है मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि का होना है।
- ट्यूमर शरीर के अन्य भागों से शुरू होता है और बाद में मस्तिष्क में फैल जाता है, जिसे मस्तिष्क ट्यूमर के रूप में जाना जाता है।
- घातक ट्यूमर या कैंसर के ट्यूमर तेजी से बढ़ने वाले होते हैं जो आक्रामक भी होते हैं। जबकि दूसरी तरफ, बिनाइन ट्यूमर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और गैर-आक्रामक होते हैं।
ब्रेन ट्यूमर कितने प्रकार के होते हैं :
० पहला बिनाइन टयूमर जोकि एक जगह ही स्थित रहते हैं, जिनका खतरा थोड़ा कम होता हैं।
० दूसरा मालिगनेंट टयूमर काफी खतरनाक माना जाता हैं इसलिए सही समय पर इनका इलाज होना बहुत जरूरी हैं।
लक्षण क्या ब्रेन ट्यूमर के :
० सिर में दर्द।
० दिमाग में गांठ की वजह से उल्टी का आना।
० मूड स्विंग या मूड का बदलना।
० सीखने की क्षमता का कम होना।
० सुनने में दिक्कत का सामना करना |
० बोलने में दिक्कत।
० दौरे का पड़ना।
सुझाव :
मस्तिष्क में केंसर की परेशानी का अगर आपको भी करना पड़ रहा हैं, सामना तो Neuro Hospital से बेस्ट न्यूरोलॉजिस्ट लुधियाना का चुनाव करें और खुद को सुरक्षित रखें |
कारण क्या ब्रेन ट्यूमर की बीमारी का :
- रेडिएशन, कैमिकल वाली जगह।
- जो खाना आप खा रहे हैं, उसमे कितना फैट है, अल्कोहल है कितना हैं या फिर धूम्रपान पर भी निर्भर करता है।
- इस बीमारी के होने का असल कारण परिवार से जुड़ा हुआ भी हो सकता हैं।
- यदि आपके शरीर के किसी भाग में भी कैंसर होगा तो ये आपके मस्तिष्क तक जरूर पहुंचेगा।
इलाज क्या है केंसर की बीमारी का ?
- घरेलू नुस्खे के इस्तेमाल में मशरूम का सेवन लाभदायक होगा।
- योगा करना।
- बायोप्सी के जरिये पता लगाना की मस्तिष्क में केंसर कितना बड़ा हैं।
- ब्रेन की सर्जरी करवाना।
- रेडिएशन थेरेपी का इस्तेमाल |
इस बीमारी से निज़ात के लिए रोकथाम क्या हैं :
निम्न रोकथामो की तरफ ध्यान देकर आप इस बीमारी से काफी हद तक अपने आप को बचा सकते हैं, जैसे…….,,
० ताज़े फल और सब्जियों का अत्यधिक सेवन।
० तंबाकू के सेवन से जितना हो सके बचें।
० वजन का खास ध्यान रखें।
० टीकाकरण कराते रहना चाहिए।
० पर्यावरणीय खतरों से जितना हो सकें खुद का बचाव करें।
निष्कर्ष :
ब्रेन ट्यूमर या मस्तिष्क का कैंसर होने से इसका असर हमारे शरीर पर काफी गहरा पड़ता है ,जोकि हमने और आपने जान ही लिया है। तो अगर ब्रेन ट्यूमर या मस्तिष्क का कैंसर के लक्षण आपमें नज़र आए तो कृपया इसे नज़रअंदाज़ न करें बल्कि किसी अच्छे ब्रेन केंसर हॉस्पिटल का चुनाव करें या फिर लुधियाना में ही न्यूरो हॉस्पिटल में अपना इलाज करवाए और यदि आप यहाँ पर आए तो यहाँ के अनुभवी चिकित्सक डाॅ. अमित मित्तल से जरूर मुलाकात करें।