ब्रेन ट्यूमर एक ऐसी गंभीर समस्या है, जो आपके जीवनकाल को बदल सकता है | इसके प्रभावी उपचार के लिए लक्षणों का सही समय पर पता लगाना बेहद ज़रूरी होता है, ताकि ब्रेन ट्यूमर के प्रभावों को कम करने में मदद मिल सके, क्योंकि स्थिति गंभीर होने पर यह पीड़ित व्यक्ति के लिए घातक साबित हो सकता है | आइये जानते है ब्रेन ट्यूमर के शुरूआती संकेतों और लक्षणों के बारे में :-
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती संकेत और लक्षण कौन-से होते है ?
- सिरदर्द :- गंभीर और लगातार सिरदर्द होना, ब्रेन ट्यूमर से जुड़ा सबसे आम लक्षण है | अब अगर बात करें ब्रेन ट्यूमर में कैसा महसूस होता है तो इससे होने वाला सिरदर्द माइग्रेन, साइनस दर्द, आँखों में दर्द और तनाव में होने से उत्पन्न दर्द की तरह हो सकता है | कई बार यह सिरदर्द सुबह के समय, झुकने के समय और लेटने के समय स्थिति को बद-बदतहर कर सकता है और यह दर्द नींद के समय खलल डालने का काम कर सकता है |
- दौरे पड़ने यानी सीज़र्स :- दौरे पड़ना ब्रेन ट्यूमर के शुरूआती लक्षण हो सकते है | एक व्यक्ति को दौरे तब पड़ते है जब मस्तिषक में असामान्य विद्युत गतिविधि उत्पन्न हो जाती है | ब्रेन ट्यूमर के कारण 100 में से 80 प्रतिशत लोगों को दौरे पड़ने की समस्या हो सकती है | इसके अलावा वयस्कों में नए-नए दौरे के लिए 30 प्रतिशत तक मस्तिष्क जिम्मेदार रहता है |
- मतली और उल्टी का होना :- ब्रेन ट्यूमर के कारण पीड़ित व्यक्ति को मतली और उलटी की समस्या से गुजरना पड़ सकता है | ऐसा इसलिए होते है क्योंकि जब ब्रेन ट्यूमर बढ़ने लग जाता है, इससे मस्तिष्क पर दबाव पड़ने लग जाता है, जिससे इंट्राक्रैनिल दबाव भी कहा जाता है, इससे व्यक्ति को मतली और उलटी की समस्या हो सकती है | इसके अलावा ब्रेन ट्यूमर हार्मोन के स्तर को प्रभावित करने लग जाता है, जिससे मतली होने लग जाता है |
- आंखों की दृष्टि संबंधी समस्या :- ब्रेन ट्यूमर की वजह से आंखों की दृष्टि धीरे-धीरे कमज़ोर हो सकती है या फिर यह अचानक से भी हो सकता है | इसके अलावा आँखों के दृष्टि में धुँधलापन आना, दोहरी दृष्टि की समस्या का होना, आंखों में असामन्य गतिविधि, भेंगेपन की समस्या और दृष्टि का सीमित क्षेत्र होना आदि आँखों से जुडी समस्या उत्पन्न हो सकती है | हालाँकि ब्रेन ट्यूमर दुर्लभ होता है, जिसका अर्थ यह है की अधिकतर आँखों से जुड़े समस्या ब्रेन ट्यूमर के असंबंधित स्थितियों के कारण होता है |
- व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आना :- कभी-कभी ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ सकता है | वह प्रेरणा की कमी से लेकर चिड़चिड़े हो सकते है, इसके अलावा वह निश्चयात्मक भी हो सकते है | हलाकि कई मामलों में ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति के व्यवहार में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होता |
- सुनने की क्षमता कम होना :- ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित व्यक्ति में सुनने की क्षमता कम हो सकती है | खासकर तब, जब ट्यूमर श्रवण तंत्रिकाओं के पास स्थित हो |
- कमज़ोरी या भद्दापन होना :- ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क के ताकत और हरकतों को नियंत्रित करने के क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे शरीर के एक तरफ कमज़ोरी या भद्दापन हो सकता है |
- संतुलन करने में कठिनाई होना :- सेरिबैलम या फिर उसके आसपास ट्यूमर के उत्पन्न होने से समन्वय या फिर संतुलन करने में कठिनाई हो सकती है |
- बोलने में कठिनाई होना :- सोचने, बोलने और सही शब्द को चुनने में समस्या होना, मस्तिष्क के विशिष्ट हिस्से में प्रभावित करने वाला ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हो सकते है |
ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती संकेतों और लक्षणों को समझना, शुरुआती निदान और उपचार के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है | यदि आप या फिर आपका कोई भी परिजन ब्रेन ट्यूमर जैसे गंभीर समस्या से पीड़ित है और स्थायी रूप से अपना इलाज करवाना चाहत है तो इसमें न्यूरो लाइफ ब्रेन एंड स्पाइन सेंटर आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था के डॉक्टर अमित मित्तल पंजाब के बेहतरीन ब्रेन और स्पाइन के न्यूरोसर्जन में से के है, जो पिछले 15 वर्षों से पीड़ित मरीज़ों का सटीकता से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही न्यूरो लाइफ ब्रेन एंड स्पाइन सेंटर की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी अपोईंमेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर मौजूद नंबरों से सीधा संपर्क कर सकते है |